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बांधवगढ में मानव एवं वन्य जीवो के बीच द्वंद रोकने बघेसुर महोत्सव संपन्न

बघेसुर महोत्सव में कुटकी की खीर, इन्द्रहर की कढ़ी एवं सब्जी, बरा मंगौड़े, मुनगा के पत्ते के  भजिया चटनी, चना, भाजी , चटनी जैसे  विंध्य क्षेत्र के व्यंजनो से अतिथियो का किया सत्कार

New Umaria : बांधवगढ नेशनल टाईगर पार्क अंतर्गत मानपुर विकासखंड के ग्राम गाटा स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में बघेसुर महोत्सव का आयोजन किया गया  यह आयोजन बघेसुर स्पेशल थीम पर आधारित था। कार्यक्रम में उप संचालक बीटीआर पी के वर्मा, सी जिला पंचायत इला तिवारी, एस डी फारेस्ट दिलीप कुमार मराठा, जिला समन्वयक ग्रामीण आजीविका मिशन चंद्रभान सिंह, रेंजर मानपुर, रेंजर ताला, आजीविका मिशन से जिला प्रबंधक तृप्ति गर्ग, वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया से पुष्पेंद्र द्विवेदी, शरद, कपिल डॉन, नारायण सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे।

बांधवगढ में मानव एवं वन्य जीवो के बीच द्वंद रोकने बघेसुर महोत्सव संपन्न

   कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप संचालक बीटीआर पी के वर्मा ने कहा कि वन एवं वन्य जीवों की सुरक्षा का दायित्व हम सभी पर है, मानव भी सुरक्षित रहे तथा वन्य जीव भी सुरक्षित रहें और वन भी सुरक्षित रहें इस ओर हम सभी को ध्यान देना चाहिए। जंगल के बिना मानव का जीवन अधूरा है जंगल से मानव को विभिन्न प्रकार के फल फूल प्राप्त होते हैं। ग्रामीण जन संकल्प ले कि वन एवं वन्य प्राणियों को कभी नुकसान नही पहुचायेंगे।

बांधवगढ में मानव एवं वन्य जीवो के बीच द्वंद रोकने बघेसुर महोत्सव संपन्न

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सी जिला पंचायत इला तिवारी ने कहा कि वन्य जीवों एवं ग्रामीण जनों के बीच द्वंद नही हो, इसके लिए सामंजस्य जरूरी है। ग्रामीण जन शौचालय का उपयोग करे। ग्राम में साफ सफाई का वातावरण रखे ताकि ग्राम तक आने वाले टूरिस्टों के लिए यह ग्राम आकर्षण का केंद्र बने। आपने कहा कि यदि ग्राम सुंदर एवं साफ रहेगा तो यहाँ टूरिस्ट होम स्टे करेंगे एवं ग्रामीणों को स्वरोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा। स्व सहायता समूह की महिलाएं विभिन्न गतिविधियों का संचालन कर आत्म निर्भरता की ओर आगे बढ़ रही है , जिससे महिलाएं सशक्त हुई है एवं ग्राम तथा समाज सशक्त हुआ है।

बांधवगढ में मानव एवं वन्य जीवो के बीच द्वंद रोकने बघेसुर महोत्सव संपन्न

कार्यक्रम के दौरान सिया स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कुटकी की खीर, रबड़ी, गुलाब जामुन, मां लक्ष्मी स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा इन्द्रहर की कढ़ी एवं सब्जी, चावल, श्रद्धा स्व सहायता समूह की महिलाओ द्वारा बरा मंगौड़े, महावीर स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा मुनगा के पत्ते के  भजिया चटनी, गणेश स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा चना, भाजी , चटनी बनाई गई थी, जिसका स्वाद अतिथियों ने चखा एवं व्यंजन तैयार करने वाली स्वा सहायता समूह की महिलाओ को अतिथियों ने सम्मानित किया

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