भारतीय राजनीति के अजातशत्रु, माँ सरस्वती के वरद पुत्र, ओजस्वी वक्ता, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती ‘सुशासन दिवस’ पर उनके चरणों में कोटि-कोटि नमन करते हुए आम एवं तुलसी का पौधा लगाकर पौधा रोपण किया गया।
युवा हिमांशू तिवारी ने कहा कि परमाणु संपन्न राष्ट्र के ध्येय की प्राप्ति के लिए अडिग रहे अटल जी ने इस स्वप्न को साकार करने के साथ सुशासन से देश को नई ऊँचाइयों पर ससम्मान प्रतिष्ठित किया। सहज एवं सरल व्यक्तित्व के धनी, श्रद्धेय अटल जी ने राष्ट्र एवं समाज उत्थान के लिए कड़े फैसले लेने में कभी हिचक नहीं दिखाई। उनके विचारों के शुभ प्रकाश से माँ भारती का कोना-कोना आलोकित और सेवा के मधुर भाव से प्रत्येक हृदय सुवासित होता रहेगा।उन्होंने कस्बे में बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक सबको पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही कवि ह्रदय वाजपेयी के जयंती में खुद पौधे लगाए। उन्होंने इस अवसर पर संकल्प लिया कि वह पर्यावरण प्रेमी रहे पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के हर जयंती पर पौधे लगाएंगे।

उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पूजनीय और पवित्र माना गया है। शास्त्रों में तुलसी के पौधे को देवी लक्ष्मी का रूप माना गया है। जिन घरों में तुलसी का पौधा लगा होता है और नियमित रूप से इनकी पूजा होती है वहां पर हमेशा सुख-समृद्धि का वास रहता है। वास्तु शास्त्र में भी तुससी के पौधे विशेष महत्व होता है। तुलसी के पौधे में नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने की क्षमता होती है। पौधारोपण के दौरा
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कल्पना सिंह राठौर, सहायिका शांति कोल,युवा हिमांशु तिवारी,खुशी सेन,स्वाति दुबे,कमल कोल,कार्तिक कोल,ज्ञाने कोल,अनुराग ,महक रजक,योगेश बर्मन, संदीप बैगा,सूर्या बैगा,रागिनी बैगा,राधिका बैगा,सुरभी कोल,शिवकुमार बैगा,मुस्कान कोल,तौसीफ़ अंसारी, अंश,जिया सिंह,धर्मेश सिंह,सुजीत बैगा,राधे,आमिर,सविमी शुभम साहू ,लष्मी बैगा,तौफीक अंसारी एवं सभी उपस्थित रहे।