- हत्या का आरोपी आज दिनांक 08.01.2024 को गिरफ्तार
- अति.पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन शहडोल द्वारा हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिये की गई थी 30000/- रूपये के इनाम की उद्धघोषणा
- प्रकरण की जांच में लापरवाही बरतने पर पुलिस अधीक्षक उमरिया ने थाना प्रभारी को किया निलंबित
दिनाँक 02.01.2024 को मृतक बालक के दादा दिलभरण सिंह निवासी ग्राम मझौली थाना इँदवार ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि, मेरा नाती प्रकाश सिंह गोड़ का शव सामुदायिक भवन मझौली मे मृत अवस्था मे पडा था, जिसे हम सब मिलकर घर ले आये हैं। सूचना पर थाना इंदवार में मर्ग पंजीबद्ध कर जांच की गई। प्रथमदृष्टया मृतक के गले एवं पेट पर चोट के निशान थे, इस पर से दिनांक 03.01.2024 को अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया।
मामला अत्यंत गंभीर प्रकृति का होने से अति. पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन शहडोल डी.सी. सागर, उप पुलिस महानिरीक्षक शहडोल रेंज एवं पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू तत्काल मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण किया। साथ ही मृतक के परिजनों से मुलाकात की और सांत्वना देते हुए पूछताछ की। विवेचना अधिकारी को प्रकरण में वैज्ञानिक, फोरेंसिक और संवेदनशीलता से जांच करने के लिए निर्देश दिये गये। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन शहडोल द्वारा अंधीहत्या का खुलासा करने एवं अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी हेतु 30000/- रूपये की उद्धघोषणा जारी की गई।
पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना प्रभारी इंदवार द्वारा जांच में की गई लापरवाही के कारण पुलिस अधीक्षक द्वारा उन्हे तत्काल निलंबित कर जांच उप निरीक्षक मुकेश मर्सकोले को सौपी गई ।
प्रकरण के घटना स्थल का निरीक्षण किया गया एवं डाग स्काड दल की भी मदद ली गई। विवेचना दौरान मृत बालक के गले में लगे साडी के टुकडे़ को जप्त कर मृतक के पडोस के लोगों से तस्दीक की गई । बालक के परिजनों एवं गांव के लोगों से पूछताछ की गई। पूछताछ में दलबीर सिंह गोड पिता स्व0 बाला सिंह गोंड से जमीनी रास्ते को लेकर पुराना विवाद होना पता चला, जब दलबीर सिंह गोड से पूछताछ की तो उसने अपराध स्वीकार किया और उसके घटना में प्रयोग किए गए साड़ी का टुकड़ा और टुकड़े की साड़ी को धारा 27 साक्ष्य अधिनियम के मेमोरेण्डम में जप्त कराया।
उसने बताया कि मृतक की दादी जादू टोना करती है जिससे मेरे 02 बेटे जन्म लेने के कुछ देर बाद मृत हो गये थे। कुछ समय पूर्व मेरे पिता की भी मृत्यु 02 दिन की बीमारी में हो गई थी, इस कारण से मुझे इस परिवार से बहुत रंजिश थी। दिनांक 01.01.2024 को दोपहर करीब 12.00 बजे मृतक प्रकाश सिंह अपने भाई के साथ मेरे खेत से जा रहा था, जिनको मैंने अपने खेत से जाने से मना किया तो प्रकाश मुझे बुरा-भला कहकर वहां से भाग गया, फिर करीब शाम 04.00 बजे मुझे प्रकाश दुधरिया मंदिर के पास अकेले खेलते मिला जिसे मैंने अपने पास बुलाया एवं उसे कुंडा नाला के पास ले जाकर मारपीट किया, मृतक को कुंडा नाला के फर्श पर पटक दिया। बच्चे के चिल्लाने पर पास में रखे साडी के टुकडे़ से उसका गला घोट कर हत्या कर दी एवं उसकी लाश को तालाब की झाडियों मे छुपा दिया, फिर डर के कारण रात करीब 01.00 बजे मृतक के शव को वहां से लाकर गांव के खंडहरनुमा सामुदायिक भवन में छिपा दिया था।
आरोपी के कब्जे से घटना के समय पहने हुये कपडे़ जिसमें रेत, मिट्टी एवं मृतक का रक्त लगा हुआ है एवं जिस साडी के टुकडे़ से गला घोटा गया, उसे जप्त किया जाकर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। मामले से संबंधित अन्य विधि संगत साक्ष्य एकत्र कर विवेचना की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं नगर पुलिस अधीक्षक उमरिया, थाना प्रभारी अमरपुर मुकेश मर्सकोले, प्रआर अजय सिंह, प्रआर. गोपाल सिंह, आर. उपेन्द्र, आर. उदय सिंह, आर. संजय बघेल, आर. वाकिफ खान, म.आर. जिवनी सिह. सउनि चालक शहजाद सिंह एवं सायबर सेल से प्रआर राजेश सोंधिया का सराहनीय योगदान रहा।