चाचौड़ा क्षेत्र की सानई पंचायत में सड़कें और मुक्तिधाम की हैरान कर देने वाली तस्वीरें

देश को आजादी मिलने के बाद से लेकर आज तक इस गांव के लोग गांव की पक्की सड़क का इंतजार कर रहे हैं। बारिश के दिनों में घुटनों से ऊपर कीचड़ भरे रास्तों से निकलने पर ग्रामीण मजबूर होते हैं। मुक्तिधाम की जगह एक छोटा सा चबूतरा बना है। खुले आसमान के नीचे अंतिम संस्कार किया जाता है। यह तस्वीरें मानवता को शर्मसार कर देने वाली हैं गांव की महिला बूंदी बाई की मौत के बाद उनकी अर्थी तक इन हालातों में निकाली गई। ग्रामीण घुटनों से ऊपर कीचड़ भरे से बमुश्किल मुक्ति धाम तक पहुंचे। उनके परिवार के आधे रिश्तेदारों के वाहन कीचड़ में ही फंसे रह गए। कीचड़ में पैदल चलकर रिश्तेदार गांव पहुंचे और अर्थी को कांधा दिया। तस्वीरें देखकर आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि गांव में सड़कों के हालात इतने खराब है कि गांव की बच्चे घरों में कैद हो जाते हैं।

हर बार चुनाव आते हैं ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर वोट करते हैं। लेकिन चुनाव में जीत हासिल करने के बाद कोई ग्रामीण इन समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं देता। और यह समस्या अब लोगों के गुस्से और आक्रोश में तब्दील हो रही है। ग्रामीण कई बार लिखित शिकायत जिला कलेक्टर और चाचौड़ा विधायक प्रियंका मीना को दे चुके हैं। बावजूद इसके अभी तक गांव के लोगों को सड़क नसीब नहीं हुई है। जिसके कारण ग्रामीण परेशान है। उनके बच्चों का भविष्य अंधकार में है। ग्रामीणों का कहना है इन हालातो में रहने पर मजबूर हैं जमीन और खेत भी यहीं हैं समझ नहीं आता आखिर गांव छोड़कर कहां चले जाएं।

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