Gmail आज के समय में एक तरीके से डेली लाइफ की आवश्यक सेवा बन चुकी है। भारत देश में एंड्रॉयड उसे करने वाला हर भारतीय अक्सर जीमेल अकाउंट से ही अपनी सेवा जारी रखता है इसलिए हैकर्स की नजर भी सबसे ज्यादा जीमेल अकाउंट यूजर्स पर होती है। इसे हमेशा पर्सनल डाटा के लीक होने का खतरा बना रहता है आज हम आपको जीमेल अकाउंट को से रखने के पांच आसान टिप्स बताएंगे।
मजबूत और यूनिक पासवर्ड बनाएँ
Gmail अकाउंट क्रिएट करते समय आपको इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि आप किसी भी बड़ा पासवर्ड को ना बना करके मजबूत और यूनिक पासवर्ड बनाएं इसके लिए आपको स्पेशल कैरक्टर शब्द और नंबर का कंबीनेशन करना होगा। एक बात का और खास ध्यान रखें कि आप भूल कर भी अपनी डेट ऑफ बर्थ पिन कोड या ऐसा कोई बड़ा नंबर उसे ना करें जिससे हैकिंग का खतरा बढ़ जाए।
अपडेटेड रखें सॉफ्टवेयर & ऐप्स
हैकिंग से बचने के लिए एक और बात जरूरी है आप अपने ब्राउज़र ऑपरेटिंग सिस्टम या एप्लीकेशंस को समय-समय पर अपडेट करते रहें और इस बात का चेक भी करते रहे कि आपका अप कहीं ऐसा नहीं है कि आउटडेटेड हो गए हैं क्योंकि अगर आप अपडेट समय पर नहीं करेंगे तो हैकिंग का खतरा बढ़ जाता है।
अनावश्यक एप्स और ब्राउज़र के हटाए एक्सटेंशन
जिससे डिवाइस पर जितने ज्यादा से ज्यादा एप्स इंस्टॉल होते हैं जोखिम का खतरा उतना ही बड़ा हो जाता है। यदि आप कोई बड़ी जानकारी एक्सेस कर रहे हैं तो ऐसे में एप्लीकेशन ब्राउज़र के एक्सटेंशंस जिनको अपने इंस्टॉल करके रखा है उन्हें आप अच्छी तरीके से देख सुन ले क्योंकि अनजान एप्लीकेशंस और अंजन शोर से डाउनलोड किए हुए एप्स आपके मोबाइल में हैकिंग के खतरे को बढ़ा देते हैं।
भूल कर भी पासवर्ड ना करें शेयर
एक और बड़ी और हम खास बात की आप अपने ईमे के पासवर्ड को भूल करके भी शेयर ना करें। याद रखें कोई भी निजी या सरकारी संस्थान कभी भी आपके ईमेल के पासवर्ड को नहीं मांगता है यदि कोई ऐसा व्यक्ति जो आपकी ईमेल को पासवर्ड को मांग रहा है तो मामला संदिग्ध हो सकता है। साथ ही ऐसे भी एक ब्राउज़र पर आप सर्चिंग ना करें जो सेफ ना हो।
जीमेल के टू फैक्टर वेरिफिकेशन को करें यूज
जीमेल की एक और खास फीचर को उपयोग करके आप हैकर की नजर से बच सकते हैं यदि आपने टू फैक्टर वेरिफिकेशन को ऑन करके रखा हुआ है तो यह काफी फायदेमंद होगा आप जब भी अकाउंट को लोगों करेंगे तो OTP आपके मोबाइल पर आएगा. जीमेल के इस फीचर को उपयोग में लाने से हैकिंग का खतरा नहीं रह जाता है।