इंदौर में घरेलू महिला के साथ हुई ऑनलाइन धोखाधड़ी की वारदात

- राऊ थाना क्षेत्र मैं रहने वाली महिला के साथ हुई है धोखाधड़ी
- 15 दिन पहले स्वयं की बच्चे के लिए मंगवाए थे अमेजॉन से ऑनलाइन कपड़े
- कपड़े पसंद नहीं आने पर वापस भी कर दिए थे
- गूगल के माध्यम से ऑनलाइन हेल्प नंबर तलाश कर की थी रुपए रिटर्न की मांग
- साइबर हेल्प डेस्क द्वारा तुरंत की गई कार्रवाई
- झारखंड के देवरिया जिले से जुड़ा हुआ है साइबर अपराधियों का कनेक्शन
- साइबर हेल्प डेस्क द्वारा दिस अकाउंट में रुपए ट्रांसफर हुए उसे सीज किया गया
- व्हाट्सएप पर लिंक पहुंच कर ऐप डाउनलोड करवाया गया था
इंदौर में फिर एक बार घरेलू महिला के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी का मामला सामने आया है फरियादी महिला द्वारा अपने एक शिशु के लिए ऑनलाइन कपड़े अमेजॉन कंपनी से मंगवाए गए थे जो की पसंद ना आने के बाद रिटर्न कर आएगा और ऑनलाइन हेल्पलाइन नंबर सर्च करने के बाद पीड़िता के खाते से₹35000 से अधिक की राशि अचानक से कट गई
पूरे मामले में जानकारी देते हुए एडिशनल डीसीपी आलोक शर्मा के मुताबिक राऊ थाना क्षेत्र में रहने वाली फरियादी कलावती नामक महिला द्वारा साइबर हेल्प डेस्क मैं ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई गई है कि स्वयं के बच्चे के लिए अमेजॉन कंपनी से ऑनलाइन कपड़े मंगवाए गए थे इसके बाद उन्हें वह कपड़े पसंद नहीं आए तो जिस प्रक्रिया से उन्होंने कपड़े मंगवाए थे इस प्रक्रिया के माध्यम से उन्होंने कपड़े वापस भी करवा दिए लेकिन जो राशि थी वह वापस नहीं हुई और कहा गया की 7 दिनों के अंदर 199 रुपए वापस हो जाएंगे 7 दिनों तक जब रुपए वापस नहीं हुई तो फरियादी महिला ने गूगल के माध्यम से अमेजॉन कंपनी का हेल्पलाइन नंबर तलाश और फिर कॉल कर दिया ऑनलाइन गूगल पर मिले नंबर के आधार पर जब उन्होंने बातचीत की और फिर फोन काट दिया जिसके बाद दोबारा से पीड़ित महिला को फोन आया और साथ में व्हाट्सएप पर एक ऑनलाइन लिंक प्राप्त हुई उसे लिंक को महिला ने जैसे ही डाउनलोड किया उसके बाद फरियादी महिला के मोबाइल में एक रिमोट एप्लीकेशन डाउनलोड हो गई और मोबाइल में कई तरह के परिवर्तन हो गए थे तमाम तरह की प्रक्रिया करने के साथी सामने वाले व्यक्ति को फरियादी महिला ने ओटीपी नंबर भी बताया और गूगल पे के माध्यम से वीरता के अकाउंट से ₹35000 से अधिक की राशि अचानक से कट गई पूर्व घटनाक्रम को लेकर फरियादी महिला ने तुरंत साइबर हेल्प डेस्क मैं शिकायत की है शिकायत के आधार पर जांच पड़ताल में बात सामने आई है कि झारखंड राज्य के देवकर जिले के आसपास से यह घटनाक्रम हुई है प्राथमिक रूप से साइबर हेल्प डेस्क एक्शन तुरंत अकाउंट में रुपए ट्रांसफर हुए उसे सीज कर दिया गया है और फरियादी के रुपए रिटर्न करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं लेकिन जिस तरह से ऑनलाइन नंबरों के माध्यम से हेल्प डेस्क के नाम से धोखाधड़ी हो रहे हैं वह चिंता का विषय बना हुआ हैइससे बचाव का एकमात्र रास्ता जागरूकता ही है जो जागरूक रहेगा वह साइबर अपराध से कई हद तक बचा रहेगा