वेटिकन के राजदूत आर्य बिशप लियोपोल्ड जीरेली के विरोध में उतरा विश्व हिन्दू परिषद

 

Jhabua News : झाबुआ जिला मुख्यालय बस स्टैंड के समीप कैथोलिक ईसाई समाज के नवनिर्मित चर्च की  वर्षगांठ के उपलक्ष में  विशेष प्रार्थना में सम्मिलित होने के लिए कैथोलिक ईसाई समाज के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के प्रतिनिधि के रूप में वेटिकन राजदूत आर्य बिशप लियोपोल्डो जेरेली 25 मार्च को सुबह झाबुआ एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे.

जिसके  विरोध को लेकर विश्व हिंदू परिषद में 24 मार्च को सकल हिंदू समाज के साथ झाबुआ नगर बंद करवाया व कैथोलिक डायसिस के आयोजन के खिलाफ एक चेतावनी सभा आयोजित की गई विश्व हिंदू परिषद के विभाग प्रमुख आजाद प्रेम सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अनुसूचित क्षेत्र झाबुआ में लंबे समय से चल रहे विधि विरुद्ध आदिवासियों के ईसाई मंतातरण को लेकर विभिन्न संगठनों द्वारा पूर्व में भी ज्ञापन दिए जा चुके हैं।


लेकिन प्रशासन द्वारा बिना अनुमति संचालित किए जा रहे अवैध मंतातरण पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई। यह मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता की धारा 165 क का उल्लघंन है। यदि उक्त अनुमति है तो सार्वजनिक की जाना चाहिए। मिशनरी संस्था को लीज पर दी गई जमीन शैक्षणिक कार्य के लिए दी गई थी। ना कि धार्मिक स्थल के निर्माण के लिए। अनुमति ना होने के कारण उक्त चर्च के निर्माण पर जिला प्रशासन द्वारा पहले भी रोक लगाई गई थी। इसका विरोध विश्व हिंदू परिषद में आज नगर बंद करके किया।

वीहिप के विरोध के दूसरी ओर कैथोलिक डायसिस के पी आर ओ फादर रॉकी शाह ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर ईसाई समाज चर्च के प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी के बारे में विस्तृत जानकारी दी उन्होंने कहा कि 25 मार्च को झाबुआ शहर के आसपास कैथोलिक समाज के श्रद्धालु नए चर्च भवन में अतिथियों के साथ पवित्र मिस्सा होगी जिसमें 5 हजार से अधिक ईसाइयों के पहुंचने का दावा है वही विशेष रूप से कैथोलिक ईसाई समाज के वेटिकन के राजदूत आर्चबिशप लियोपोल्ड भी शामिल होंगे।

विश्व हिंदू परिषद के विरोध के बाद अब शासन प्रशासन वेटिकन राजदूत के प्रोटोकाल व राजकीय अतिथि की सुरक्षा व्यवस्था की चाक-चौबंद व्यवस्था कर आयोजन स्थल को छावनी में तब्दील करेगा .. वहीं स्थानीय शासन प्रशासन इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है।

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