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टेरर टैक्स के नाम पर ,60 हजार के ईनामी डकैत गुड्डा गुर्जर का इस क्षेत्र में बढ़ रहा है आतंक,डर के साये में ग्रामीण

टेरर टैक्स के नाम पर ,60 हजार के ईनामी डकैत गुड्डा गुर्जर का इस क्षेत्र में बढ़ रहा है आतंक,डर के साये ने ग्रामीण
मध्यप्रदेश :चंबल अंचल के पहाड़गढ़ थाना इलाके में डकैतों की ग्रामीणों में दहशत,पहाड़ गढ़ थाना क्षेत्र के कोटसिथरा गांव में आधा दर्जन से अधिक डकैतों ने आदिवासी परिवारों से मारपीट कर ₹25000 का टेरर टैक्स मांगा, पुलिस को सूचना देने के बाद पुलिस गांव में नहीं पहुंची जिससे नाराज आदिवासियों ने पहाड़गढ़ थाना प्रभारी का घेराव किया,, ₹60000 का इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर का आतंक इस समय पहाड़गढ़ इलाके में काफी देखने को मिल रहा है लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ रख कर बैठी है कोई कार्यवाही नहीं कर रही, इस मामले में भी थाना प्रभारी धर्मेंद्र गौर का कहना है कि घटना हुई है घटना की जांच कर कार्यवाही की जाएगी लेकिन आदिवासी परिवारों में काफी दहशत का माहौल है, पुलिस अधीक्षक द्वारा 1 दर्जन से अधिक आरक्षकों सब इंस्पेक्टर को एडी की कमान सौंपी है सिर्फ एडी के नाम पर कागजों में घोड़े दौड़ रहे हैं धरातल पर कुछ भी नहीं है, एडी के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं लेकिन अभी तक गुड्डा डकैत तक पहुंचना पुलिस अधीक्षक के लिए चुनौती बना हुआ है, 8 महीने में दो से तीन बार पुलिस की एडीटीम से डकैत गुड्डा गुर्जर का आमना-सामना हुआ है और फायरिंग भी हुई है लेकिन डकैत निकल जाता है इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि एडी के नाम पर फायरिंग करना एक आम बात हो गई है …….
कोटसिथरा गांव के आदिवासियों की माने तो उनका कहना है कि डकैत गुंडा गुर्जर 1 साल से उनको परेशान कर रहा है जिसकी शिकायत वह लगातार थाना प्रभारी धर्मेंद्र गौर गौर से लेकर पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी तक कर चुके हैं लेकिन उनको सिर्फ आश्वासन दिए जाते हैं कार्यवाही नहीं होती, उनका कहना है कि कई आदिवासी परिवार तो गांव से पलायन कर शहर में रह रही हैं और मजदूरी कर अपना गुजारा कर रहे हैं, इन सारी घटनाओं से ऐसा अंदाजा लगाया जाता है कि मुरैना में आदिवासी परिवार कितने परेशान हैं, कभी फिल्मों में सुना जाता था कि टेरर टैक्स भी छोटे-मोटे बदमाश मांगते हैं लेकिन चंबल अंचल का मुरैना जिला आज भी डकैतों की टेररटेक्स से बदनाम है,चंबल अंचल के पहाड़गढ़ इलाके में यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी मरा गांव के 70 आदिवासी परिवारों से एक ₹1000 के हिसाब से डकैत टेरर टैक्स ले जा चुका है, आदिवासियों में काफी आक्रोश भी देखने को मिल रहा है, मुरैना कलेक्टर से लेकर पुलिस अधीक्षक तक 15 दिन पहले आदिवासी परिवारों ने गुहार लगाई कि उनको सुरक्षा दी जाए लेकिन आदिवासियों की सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं है…….
थाना प्रभारी पहाड़गढ़ धर्मेंद्र गौर का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है जांच के बाद ही मामला दर्ज किया जाएगा, डकैत गुड्ड गुर्जर का मूवमेंट तो पहाड़ गढ़ के जंगलों में है लेकिन अभी डकैती क्षेत्र में नहीं है इसलिए आदिवासी परिवारों से आवेदन ले लिया है उस पर से जांच की जा रही है जांच के बाद जो भी निकल कर आएगा उस हिसाब से कार्यवाही की जाएगी, इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि थाना प्रभारी इस पूरे मामले में लीपापोती करने में लगे हुए हैं पुलिस का वही घिसा पिटा बयान जो आदि काल से चला आ रहा है वहीं उन्होंने दे दिया है ……….
व्यूरो रिपोर्ट